पश्चिमी विक्षोभ के असर से हुई 1.8 एमएम बारिश
पश्चिमी विक्षोभ के असर से शहर में 1.8 एमएम बारिश हुई। वहीं देर शाम तक बादल छाए रहे। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 15 व 16 जनवरी को भी कहीं-कहीं बादल या गरज-चमक व हवाओं के साथ बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना रहेगी। बता दें कि इससे पहले छह जनवरी को शहर में 1.3 एमएम व 7 जनवरी को 0.3 एमएम बारिश दर्ज की गई थी।
सोमवार सुबह से बादल छाए हुए थे। इसके अलावा तेज गति से हवाएं भी चल रही थीं। सुबह साढ़े 11 बजे तो आसमान में इतने घने बादल घिर आए कि अंधेरा हो गया और वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी। इसके बाद करीब दो बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई, जो शाम चार बजे तक चली। इसके बाद देर शाम तक रुक-रुक बूंदाबांदी होती रही, जिससे मौसम में ठंड बढ़ गई। इस दौरान अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी ज्यादा रहा। इससे पहले रविवार को अधिकतम तापमान 21.5 व न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस था। शहर के अलावा हांसी, अग्रोहा, नारनौंद, बरवाला व बालसमंद में भी हल्की बारिश हुई।
फसलों को बारिश से होगा फायदा
कृषि विकास अधिकारी राजीव भाटिया ने बताया कि बारिश से फसलों से बीमारियां नहीं आएंगी। इसके अलावा पैदावार में बढ़ोतरी होगी। बारिश से पानी की भी बचत होगी। बरानी क्षेत्रों में चने व सरसों की फसल को फायदा होगा। सब्जियों के लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित होगी।