प्रॉपर्टी टैक्स बकाया के लिए नगर निगम की सख्ती
सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद हरकत में आए नगर निगम ने बकाया प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने के लिए नगर निगम ने सोमवार को शहर में विशेष अभियान चलाया। इस दौरान हुडा कांप्लेक्स स्थित होटल व नेहरू कॉलोनी स्थित एक शिक्षण संस्था को निगम की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया। वहीं नौ बिल्डिंग मालिकों को चेतावनी दी कि अगर दो दिन में बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कराया गया तो बिल्डिंग सील कर देंगे।
दोपहर करीब 12 बजे निगम के जोनल टैक्स ऑफिसर जगदीश चंद्र के नेतृत्व में टैक्स व एलओ ब्रांच की टीम फील्ड में उतरी। साथ में एक बस में पुलिस के 25 जवानों की टीम साथ ली, जिनमें छह महिला पुलिसकर्मी भी थी। निगम की टीम ने शाम साढ़े छह बजे तक अभियान चलाया। इसमें 11 जगह दस्तक दी। इस दौरान एक होटल और एक शिक्षण संस्था को बिल्डिंग सील कर दी। जबकि नौ जगह लिखित में दो दिन का समय मांगने पर छोड़ दिया।
बकायेदार समझ लें, जमा कराना होगा टैक्स
सरकार की तरफ से साफ हिदायत है कि निगम बकाया टैक्स वसूल करे। इसके लिए सख्ती से कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में सोमवार को विशेष अभियान चलाया गया। जो आगे भी जारी रहेगा। बकायेदार समझ लें, अब टालमटोल नहीं चलेगी। टैक्स जमा कराना होगा।
- प्रदीप गोदारा, आयुक्त नगर निगम
निगम की तरफ से 500 ऐसी बिल्डिंग की सूची तैयारी की गई है, जिसका 1 लाख से ऊपर टैक्स बकाया है। पहले चरण में 40 बिल्डिंग सूची में शामिल की गई हैं। इनमें से पिछले माह 12 बिल्डिंग पर कार्रवाई की गई थी, जिनका टैक्स जमा हो चुका है। अब सोमवार को 11 बिल्डिंग पर दस्तक दी गई। हुडा कांप्लेक्स स्थित होटल व नेहरू कॉलोनी स्थित शिक्षण संस्थान सील कर दिया गया। जबकि नौ बिल्डिंग मालिकों ने लिखित में पत्र देकर दो दिन का समय मांगा है। निगम की सख्ती लगातार जारी रहेगी।
- जगदीश चंद्र, जोनल टैक्स ऑफिसर नगर निगम।
साढ़े छह घंटे में दो बिल्डिंग सील, नौ बिल्डिंग मालिकों ने मांगा समय
: दोपहर 12 बजे निगम की टीम सबसे पहले रोज टावर के पास पहुंची, जहां एक होटल की तरफ 2 लाख 70 हजार रुपये प्रॉपर्टी टैक्स बकाया था। साथ ही ट्रेड लाइसेंस भी नहीं लिया गया था। होटल मालिक दिल्ली गया हुआ था, जिससे बातचीत के बाद मैनेजर ने लिखित में दो दिन का समय मांगा।
: निगम की गाड़ियों का काफिला हुडा कांप्लैक्स पहुंचा, जहां एक होटल की तरफ 4 लाख रुपये टैक्स बकाया था। भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर तीन से चार प्रेमी जोड़े घबरा गए और तत्काल वहां से खिसक गए। बताया जा रहा है कि इधर-उधर से फोन कराने का प्रयास किया, लेकिन निगम के अधिकारियों ने फोन बंद कर लिया। इसके बाद निगम ने कार्रवाई करते हुए होटल को सील कर दिया।
: निगम की टीम जींद रोड पर पहुंची, जहां कुछ नजदीक लोगों के दो पेट्रोल पंप व एक गैस एजेंसी है, जिनकी तरफ 15 लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। निगम के मुताबिक मौके पर मौजूद प्रॉपर्टी मालिक ने अपने भाईयों से बात करके कहा कि वे दो दिन में टैक्स जमा कराया देंगे। इसके बाद निगम की टीम वहां से लौट गई।
: जींद रोड के बाद निगम की टीम शीला बाईपास के नजदीक एक कांप्लेक्स में पहुंची, जिसकी तरफ 49 लाख रुपये प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। अधिकारियों ने बताया कि कांप्लेक्स के संचालक रविंद्र राठी ने कहा कि उसने 30 से 40 दुकानें बेच रखी हैं। सभी का अलग-अलग प्रॉपर्टी टैक्स बताया जाए। वे फिर टैक्स एकत्रित जमा कराने को तैयार हैं। निगम ने उसे लिखित में टैक्स जमा कराने का भरोसा देने पर दो दिन का समय दे दिया।
: निगम की टीम शीला बाईपास से आगे दिल्ली बाईपास पर ही एक कैफे पर पहुंची, जिसका संचालक आस्ट्रेलिया गया हुआ था। निगम के मुताबिक कैफे मालिक की तरफ 7 लाख रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। कैफे मालिक से फोन पर बात हुई, जिसे जल्द टैक्स जमा कराने का भरोसा दिया।
: निगम की टीम ने आगे बढ़ते हुए दिल्ली बाईपास के नजदीक एक होटल का दरवाजा खटखटाया। होटल की तरफ 4 लाख 4 हजार रुपये प्रॉपर्टी टैक्स बकाया था। होटल संचालक विदेश गया हुआ था। मैनेजर ने लिखित में दो दिन का समय मांगा।
: सोनीपत रोड पर निगम की टीम एक मार्बल हाउस पर पहुंची, जहां 4 लाख रुपये टैक्स बताया था। मार्बल हाउस मालिक ने कहा कि उसे नहीं पता था कि इतना टैक्स बनता है। वे बिल्डिंग मालिक से बात करके टैक्स जमा करवा देंगे। बाद में किराए पर उक्त राशि काट लेंगे। इसके लिए दो दिन का समय चाहिए।
: निगम की टीम दिल्ली रोड पर फ्रेंड्स कॉलोनी पहुंची, जहां एक गार्डन की तरफ 13 लाख रुपये टैक्स बकाया था। गार्डन मालिक ने भी लिखित पत्र देकर दो दिन का समय मांग लिया।
: शाम को निगम की टीम नेहरू कॉलोनी में पहुंची, जहां एक ही बिल्डिंग में स्कूल, कॉलेज, जिम व स्विमिंग पूल बना हुआ था। करीब 12 लाख रुपये टैक्स जमा न कराने पर निगम ने बिल्डिंग के तीनों गेट सील कर दिए।